फिर कलम से कर ली थीं मैंने दोस्ती, दिल-ए-जज़्बात शब्दों में सजाने को। फिर कलम से कर ली थीं मैंने दोस्ती, दिल-ए-जज़्बात शब्दों में सजाने को।
सारे जग में प्रेम का सागर लहराता ! काश कि जग में ऐसा होता। सारे जग में प्रेम का सागर लहराता ! काश कि जग में ऐसा होता।
रात को सैंटा क्लॉस आएगा सारा जग यही कहता है। रात को सैंटा क्लॉस आएगा सारा जग यही कहता है।
स्नेह धर्म का मर्म समझ कर जीवन को अपने सफल बना ले।। स्नेह धर्म का मर्म समझ कर जीवन को अपने सफल बना ले।।
तब से लेकर सारा वर्ष मिलता रहा मान। बढ़ चुकी मेरी सारे विश्व में शान।। तब से लेकर सारा वर्ष मिलता रहा मान। बढ़ चुकी मेरी सारे विश्व में शान।।
करतें है आगे हाथ मदद कर खुशियाँ पाने।। करतें है आगे हाथ मदद कर खुशियाँ पाने।।